हिमाचल ब्रेकिंग, हथोल। कोरोना वायरस के कारण पिछले साल मार्च महीने से बंद स्कूलों में फिर से रौनक लौट आई है। कोविड-19 के मामले कम होने के बाद सोमवार से स्कूलों के दरवाजे स्टूडेंट्स के लिए खोल दिए गए हैं। नादौन उपमंडल के तहत वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हथोल में एसओपी के तहत नियमित कक्षाएं शुरू हो गई हैं।
स्कूल के सभी स्टूडेंट्स मास्क लगाकर स्कूल पहुंच रहे हैं और स्कूल पहुंचने पर छात्रों की थर्मल स्कैनिंग की गई। हथोल स्कूल में स्कूलों में सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। कोविड नियमों के तहत पढ़ाई की जा रही है। पहले दो दिन में स्कूल में लगभग 90 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। स्कूल खुलने पर शिक्षकों के साथ छात्रों में काफी उत्साह देखा गया।
रक्षा मानकों का रखा जा रहा ख्याल
वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला हथोल के प्रिंसिपल यशवीर कुमार धीमान का कहना है कि स्कूल में छात्रों की सुरक्षा प्रबंध का पूरा ख्याल रख रहा है। छात्रों के स्कूल में प्रवेश करने से पहले थर्मल स्कैनिंग के बाद ही सभी को प्रवेश दिया जा जा रहा है। क्लासरूम में भी बच्चों को बिठाते समय मास्क व शारीरिक दूरी का पूरा ख्याल रखा जा रहा है।
स्टूडेंट्स बोले, ऑनलाइन पढ़ाने से स्कूल आना बेहतर
काफी लंबे समय के बाद स्कूल पहुंचे छात्रों का कहना है कि काफी अच्छा लग रहा है। पहले ऑनलाइन पढ़ाई हो रही थी, लेकिन अब स्कूल आकर पढाई करना काफी अच्छा लग रहा है। लंबे समय के बाद स्कूल आने का मौका मिला है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम सुरक्षा का ध्यान रखते हुए पढाई में जुट जाएं।
शिक्षकों ने बढ़ाया स्टूडेंट्स का हौसला
कोरोना महामारी के डर के बीच स्कूल पहुंचे स्टूडेंट्स का शिक्षकों ने हौसला बढ़ाया और मन लगाकर पढ़ाई करने की सलाह दी। हथोल स्कूल के शिक्षकों में राकेश कुमार (भाषा अध्यापक), जतिंदर सिंह (पीईटी), सुनील कुमार (टीजीटी), मनोज कुमार (प्रवक्ता कंप्यूटर साइंस), मुनीष कुमार (शास्त्री), राजेश कुमार (प्रवक्ता इतिहास), रविंद्र कुमार (प्रवक्ता पॉलिटिकल साइंस), नरेश कुमार (टीजीटी), श्रीमति शालू (टीजीटी मेडिकल), श्रीमति मीना कुमारी (प्रवक्ता हिंदी), स्नेहलता (टीजीटी) व अन्य स्टाफ ने स्टूडेंट्स का हौसला बढ़ाया।