देहरादून। उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है। चमोली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 14 शव मिलने की पुष्टि हो चुकी है। अभी भी 125 से अधिक लोग लापता बताए जा रहैं। सुरंगों के पास से मलबा हटाया जा रहा है। सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
लगभग 203 लोग लापता, सुरंग में अभी भी फंसे लोग
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इस प्राकृतिक आपदा में लगभग 203 लोग आपदा में लापता हुए हैं। 11 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। दूसरी सुरंग में 35 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। राहत-बचाव कार्य जारी हैं।
15 लोगों को किया रेस्क्यू
चमोली पुलिस ने बताया कि टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है। अलग-अलग स्थानों से 14 शव बरामद किए गए हैं।
सुरंग साफ करने के लिए आईटीबीपी के 300 जवान तैनात
आइटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि दूसरी सुरंग में खोज अभियान तेज कर दिया है। जानकारी के अनुसार यहां लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं। सुरंग को साफ करने के लिए लगभग 300 आइटीबीपी के जवान तैनात हैं। यहां के स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लगभग 170 लोग लापता हैं।