पटना। शिक्षक का स्थान भगवान से भी ऊंंचा माना जाता है। क्योंकि शिक्षक ही सही या गलत के मार्ग का चयन करना सिखाता है। अगर शिक्षक ही इस पद की गरिमा को कलंकित कर दरिंदा बन जाए तो कितनी शर्मनाक बात होगी। ऐसा ही शर्मनाक मामला बिहार की राजधानी पटना के फलवारीशरीफ इलाके में पेश आया है। यहां एक स्कूल प्रिसिंपल ने नंबर बढ़ाने का झांसा देकर 5वीं क्लास की छात्रा से कई बार दुष्कर्म किया। इस घिनौने कृत्य में सहायक शिक्षक भी संलिप्त रहा। कोर्ट में मामला पहुंचा तो प्रिसिंपल को मृत्युदंड और सहायक शिक्षक को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
दुष्कर्म पीडि़ता को ढाई साल मिला न्याय
समाज को शर्मसार कर देने इस मामले में दुष्कर्म पीडि़त छात्रा को ढाई साल बाद न्याय मिला है। मामला वर्ष 2018 का है। प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल ने एक महीने तक छात्रा से दुष्कर्म किया। 12 फरवरी 2021 को कोर्ट ने दोनों दोषियों को सजा सुनाई है। दोनों दोषियों और पीड़िता का डीएनए टेस्ट भी किया गया था। इनके खिलाफ विभिन्न धाराओं व पॉक्सो एक्ट के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया था। कोर्ट ने इस मामले को अत्यंत घृणित और रेयरेस्ट ऑफ द रेयर मानते हुए सजा सुनाई।
छात्रा का वीडियो भी बनाया, वायरल करने की देते थे धमकी
स्कूल के प्रिंसपिल व सहायक शिक्षक ने पीडि़त छात्रा का वीडियो भी बनाया था, जिसके जरिये वे छात्रा को ब्लैकमेल भी करते थे। दोनों वीडियो वायरल करने की धमकी देते थे। पहली बार छात्रा को हैंडराइटिंग चेक करने के बहाने बुलाया, प्राचार्य कक्ष के पास बने कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया। छात्रा को चाकू दिखाकर और डराकर भी कई बार शर्मनाक हरकत की गई।
छात्रा गर्भवती हुई, तब हुआ खुलासा
छात्रा के साथ हुए दुष्कर्म का खुलासा तब हुआ जब वह गर्भवती हो गई। छात्रा घर में उल्टियां करने लगी थी, तो मां ने सख्ती के साथ पूछताछ की। छात्रा ने पूरी बात अपनी मां को बता दी। इसके बाद परिजनों ने बेटी को डॉक्टर के पास चेक करवाया। डॉक्टर की जांच में छात्रा के गर्भवती होने की पुष्टि होने के बाद थाने में शिकायत दर्ज कराई गई।