हिमाचल ब्रेकिंग, भड़ोली (ज्वालामुखी)। 1975 में आपातकाल के दौरान अपनी विचारधारा के लिए संघर्ष करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रचारक लखबाल भड़ोली से बलबीर राणा को बीते रविवार को शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने लोकतंत्र का प्रहरी सम्मान दिया है। बलबीर राणा को लोकतंत्र का प्रहरी सम्मान मिलने पर क्षेत्र व परिवार के लोगों में खुशी की लहर है।
बलबीर राणा का जन्म 26 अप्रैल 1946 को हुआ और आठवीं कक्षा में ही उन्होंने संघ के दायित्व को संभाल लिया था। बलबीर राणा की प्रारंभिक शिक्षा भड़ोली कुटियारा में ही हुई है। बलबीर राणा 1969 में कांगड़ा डीएवी कॉलेज में बतौर अध्यापक के पद पर भी रहे हैं। इन्होंने संघ प्रचारक तौर पर कुल्लू, लाहौल, मंडी व कठुआ आदि जगहों पर अपनी सेवाएं दी हैं। इन्होंने 25 जून 1976 में कुल्लू सत्याग्रह किया और अपनी गिरफ्तार भी दी। इसके बाद बलबीर राणा कुल्लू व मंडी जेल में लगभग तीन महीने तक रहे।
समाजसेवा से जुड़ा है परिवार, बहू आरती राणा बीडीसी सदस्य
बलबीर राणा का पूरा परिवार समासेवा से जुड़ा हुआ है। ये संघ प्रचारक के अलावा अन्य सामाजिक कल्याण के कार्यों में भी बढ़-चढ़कर रुचि लेते रहे हैं। इनकी बहू आरती राणा कुछ महीने पहले हुए पंचायती राज चुनावों में बीडीसी सदस्य चुनी गई हैं।