शिमला। देश में अब कोरोना वायरस के खतरनाक वेरिएंट डेल्टा प्लस ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। देश के 8 राज्यों में महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना में वेरिएंट डेल्टा के 50 प्रतिशत मामले मिले हैं। पड़ोसी राज्यों में डेल्टा प्लस के नए केस मिलने के बाद हिमाचल प्रदेश में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है।
हिमाचल में अभी कोई मामला नहीं, जांच को भेजे सैंपल
हिमाचल प्रदेश के लिए राहत की बात यह है कि यहां अभी तक डेल्टा वेरियंट का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। हिमाचल प्रदेश से कुछ सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा कि प्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट ने दस्तक दे दी है या नहीं। मुख्य सचिव अनिल खाची का कहना है कि कोराना के खतरनाक वेरिएंट के मामले पड़ोसी राज्यों में पाए गए हैं, मगर अभी राज्य में इसका कोई भी मामला सामने नहीं आया है।
सीएमओ को नजर रखने के निर्देश
मुख्य सचिव अनिल खाची ने कहा है कि चूंकि यह नया वेरिएंट है, मगर इससे लड़ने की वैक्सीनेशन की क्षमता कितनी है, इस बारे में स्थिति साफ नहीं है। हिमाचल के सभी सीएमओ को निर्देश जारी किए गए हैं कि वे इस पर नजर रखें। हर 15 दिन बाद नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के लिए नमूने भेजे जा रहे हैं। वहां से नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने कहा है कि डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर सभी सीएमओ, चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश जारी किए हैं।
डब्ल्यूएचओ ने बताया बेहद खतरनाक
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी कोरोना वायरस के नए स्वरूप डेल्टा प्लस को बेहद खतरनाक घोषित किया है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एदानॉम गेब्रेसियस ने कहा कि सबसे पहले भारत में चिह्नित किया गया डेल्टा स्वरूप कोविड-19 (कोरोना वायरस) के अब तक पहचाने गए सभी स्वरूपों में सबसे ज्यादा संक्रामक पाया गया है।