हिमाचल ब्रेकिंग, नाहन। चलती बस के चालक अचानक दिल का दौरा पड़ा और अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। बस चलाते समय बेहोश होने से पहले ऐसा काम कर दिखाया, जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। बस चालक अपनी जान नहीं बचा सका, लेकिन बस में सवार यात्रियों की जान बचा गया। बेहोश होने से पहले चालक ने बस को झाड़ियों की तरफ मोड़ दिया। बस झाड़ियों में रुक गई और बड़ा हादसा होने से टल गया।
मामला हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले का है। यहां सतौन से पांवटा की तरफ निजी बस सवारियां लेकर जा रही थी। बस जब राजबन के समीप पहुंची तो चालक को अचानक सीने में तेज दर्द हुआ। चालक ने बस को झाड़ियों की तरफ मोड़ दिया और बेहोश हो गया। बस किसी तरह झा ड़ियों में रुक गई। उस समय बस में दो दर्जन से ज्यादा सवारियां थीं।
चालक की इस सूझबूझ से यात्रियों की जान सुरक्षित बच गई। इसके बाद गंभीर हालत में चालक को सिविल अस्पताल पांवटा पहुंचाया। अस्पताल में डॉक्टरों ने चालक को मृत घोषित कर दिया। बस चालक अशोक कुमार (46) पुत्र भीम बहादुर निवासी चांदनी पोओ भरोग भनेड़ी का रहने वाला था। डीएसपी पांवटा साहिब बीर बहादुर सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में दिल का दौरा पड़ना निजी बस चालक की मौत कारण माना जा रहा है।
एचआरटीसी चालक ने भी बचाई थी 35 सवारियों की जान
इससे पहले फरवरी महीने में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। एचआरटीसी की बस 35 सवारियों को लेकर अवाहदेवी जा रही थी। चालक को बस चलाते समय अचानक दिल का दौरा पड़ गया था। बेहोश होने से पहले चालक ने जैैसे-तैसे बस रोककर 35 सवारियों की जान बचा ली थी। चालक को हमीरपुर अस्पताल पहुंचाया गया था, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।