हमीरपुर। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने किसानों से रसायनयुक्त खेती के बजाय प्राकृतिक खेती को अपनाने की अपील की है। सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर ग्राम पंचायत समीरपुर में कृषि विभाग और आतमा परियोजना द्वारा आयोजित कृषक प्रशिक्षण शिविर में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए धूमल ने कहा कि खेतों में रासायनिक खाद और कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग के बहुत ही गंभीर दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। इसलिए किसानों को इनके प्रयोग से बचना चाहिए तथा पारंपरिक प्राकृतिक खेती को अपनाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने बहुत ही महत्वपूर्ण योजनाएं आरंभ की हैं। किसान इन योजनाओं का लाभ उठाकर पारंपरिक प्राकृतिक खेती से अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से तैयार की गई फसलों को बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं और आने वाले समय में किसानों के लिए यह खेती बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकती है।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष बबली देवी, पंचायत समिति बमसन की अध्यक्ष बीना देवी, एपीएमसी हमीरपुर के अध्यक्ष अजय शर्मा, भोरंज भाजपा मंडल अध्यक्ष एवं खंड सलाहकार समिति के अध्यक्ष देश राज शर्मा, समीरपुर के प्रधान चंद्रमोहन ठाकुर, पंजोत के प्रधान चमन लाल, कृषि उपनिदेशक डॉ जीत सिंह ठाकुर, सेवानिवृत्त कृषि उपनिदेशक डॉ. पीएल शर्मा, मृदा परीक्षण अधिकारी डॉ. अजय चोपड़ा, उपमंडलीय भू-संरक्षण अधिकारी डॉ. विनय सोनी और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
सभी विकास खंडों में आयोजित किए गए शिविर
आतमा परियोजना की निदेशक डॉ. नीति सोनी ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर सोमवार को जिला के सभी खंडों में कृषक शिविर आयोजित किए गए। विकास खंड बमसन की ग्राम पंचायत समीरपुर के अलावा विकास खंड बिझड़ी, हमीरपुर, सुजानपुर, भोरंज और नादौन में भी शिविर लगाए गए।