देहरादून। उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी में अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया है। ऋषिगंगा और फिर धौलीगंगा पर बने हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध टूटने से गंगा और उसकी सहायक नदियों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। सरकार ने राज्य में चमोली से लेकर हरिद्वार तक रेड अलर्ट जारी कर दिया है।
100 से 150 लोगों के मारे जाने की आशंका
उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि आपदा में 100 से 150 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। चमोली के तपोवन इलाके में ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी नुकसान हुआ है। बताया जा रहा है कि यहां काम करने वाले कई मजदूर लापता हैं। नदी के किनारे बसे घर पानी में बह गए हैं। बाढ़ के कारण तपोवन बैराज, श्रीनगर डैम और ऋषिकेश डैम भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
सरकार ने हेल्पलाइन नंबर किए जारी
उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार इस घटनाक्रम पर निगरानी रखे हुए हैं। सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 1905, 1070 और 9557444486 जारी किए हैं। सरकार ने अपील की है कि इस घटना के बारे में पुराने वीडियो सर्कुलेट कर अफवाह न फैलाएं।
रेसक्यू के काम में जुटी टीमें
हरिद्वार में कुंभ मेला चल रहा है। इसलिए राज्य सरकार ने यहां भी हाई अलर्ट जारी कर दिया है। आईटीबीपी के 200 से ज्यादा जवान, एडीआरएफ की 10 और एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू काम में जुटी हुई हैं। कुछ और टीमें एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर से पहुंच रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा, हालात पर रख रहे नजर
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि वो लगातार उत्तराखंड के हालात पर नजर रखे हुए हैं। साथ ही एनडीआरएफ के आला अधिकारियों से भी बात कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मैं उत्तराखंड में हुई दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा हूं। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहा हूं और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव कार्य और राहत कार्यों पर अपडेट प्राप्त कर रहा हूं।