शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर रविवार को जनमंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्य के केंद्रीय शहरी विकास, विधि एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने अध्यक्षता करते हुए लोगों की समस्याएं सुनीं। 33 समस्याओं में से अधिकांश का मौके पर निपटारा किया गया। 23 मांगों को निवारण के लिए संबंधित विभागों को भेज दिया गया है, जिनका निवारण 10 दिन में किया जाएगा।
इस दौरान लगभग 350 स्वास्थ्य जांच स्वास्थ्य विभाग द्वारा, 150 स्वास्थ्य जांच आयुष विभाग द्वारा, 13 हिम केयर कार्ड, 3 बोनाफाइड हिमाचली कार्ड बनाए गए और रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सुरेश भारद्वाज ने कहा कि अंतिम पंक्ति में बैठे गरीब व्यक्ति की समस्याओं का निराकरण पिछले 4 साल से जनमंच के माध्यम से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 4 वर्षों के दौरान अनेकों महत्वाकांक्षी योजनाओं के माध्यम से प्रदेश की जनता को लाभान्वित किया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा 27 दिसंबर, 2017 को पहले फैसले के तहत वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को 70 साल किया गया, जिसके माध्यम से 3 लाख लोगों को लाभान्वित किया गया। इस बजट में मुख्यमंत्री द्वारा पेंशन की आयु सीमा 70 साल से कम कर 60 साल कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश आज धुआं मुक्त राज्य बना है। भारत सरकार की उज्जवला योजना में जो लोग लाभ नहीं ले सके थे उन लोगों के लिए प्रदेश सरकार द्वारा गृहिणी सुविधा योजना शुरू की गई है। योजना के अंतर्गत अब 3 सिलेंडर मुफ्त में प्रदान किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश की जनता को 60 यूनिट तक मुफ्त बिजली भी प्रदान की जाएंगी। वहीं 60 से 125 यूनिट बिजली की दर 1 रुपए में प्रदान की जाएंगी। बिजली मीटर लगाने के लिए किसी भी प्रकार के एनओसी की जरूरत नहीं होगी।
शिमला में वर्ष 2060 तक पानी की समस्या का निराकरण करने के लिए विश्व बैंक से वित्त पोषित 1813 करोड़ रुपए की योजना का शिलान्यास किया जा चुका है। जनमंच कार्यक्रम में ऐतिहासिक रिज के पदम देव कॉम्प्लेक्स में प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर विभिन्न विभागों द्वारा लगभग 40 स्टॉल्स के माध्यम से प्रदर्शनियां लगाई गई। प्रदर्शनियों से लोगों को विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जागरूक किया गया।