हिमाचल ब्रेकिंग, हेल्थ डेस्क। देश में लगातार बढ़ रहे कारोना वायरस के मामले और संक्रमितों की मौतों ने हर किसी मुश्किल में डाल दिया है। कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहे लोगों के लिए एक नई रहस्यमयी बीमारी बड़ी मुसीबत लेकर आई है। इस बीमारी का नाम है म्यूकर माइकोसिस यानी ब्लैक फंगस। देश के कई राज्यों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं और कई लोग इस संक्रमण की चपेट में हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस से ठीक हो रहे या ठीक हो चुके लोगों को ब्लैक फंगस का संक्रमण हो सकता है। कमजोर इम्यूनिटी वालों के लिए यह संक्रमण खतरा बना हुआ है। नाक से शुरू होने वाला यह इन्फेक्शन आंखों और मस्तिष्क तक भी पहुंच जाता है, इतना ही नहीं यह कैंसर की तरह जानलेवा भी हो सकता है।
जानिये क्या है ब्लैक फंगल इंफेक्शन
ब्लैक फंगल इंफेक्शन को मेडिकल साइंस की भाषा में म्यूकर मायकोसिस कहा जाता है। ब्लैक फंगस इंफेक्शन का लक्षण मुख्यता फेफड़े में होता है। इससे ग्रस्त रोगियों में आंखों के आसपास सूजन आ जाती है। यह तब होता है जब एक बीमार व्यक्ति सांस लेते समय म्यूकर मायकोसिस को अंदर ले लेता है। यह हवा में ही मौजूद होता है और सांस के जरिए अंदर प्रवेश करता है।इसकी वजह से साइनस कैविटी, लंग्स कैविटी, और चेस्ट कैविटी की समस्या होनी शुरू हो जाती है।
समय पर इलाज करवाएं, नहीं तो हो सकती है मौत
जानकार बताते हैं कि ऐसा तब होता है जब एक मरीज पूरी तरह से रिकवर होने के लिए दवाइयों पर ही निर्भर हो जाता है। ऐसे में यह उन लोगों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है जो पहले से ही मधुमेह या किसी अन्य बीमारी से पीड़ित हैं। इस बीमारी में कई मरीजों के आंखों की रोशनी जा चुकी है। कुछ मरीजों के जबड़े और नाक की हड्डी के गलने की भी शिकायतें हैं। इसके अतिरिक्त भी तमाम दूसरी परेशानियां हैं। अगर समय रहते इसे कंट्रोल न किया गया तो इससे मरीज की मौत भी हो सकती है।
ब्लैक फंगस के लक्षण
जैसे दांत दर्द, दांत टूटना, जबड़ों में दर्द, दर्द के साथ धुंधला या दोहरा दिखाई देना, सीने में दर्द और सांस लेने में परेशानी होना आदि। इसके अलावा इसमें व्यक्ति आंखें लाल और पलकों पर सूजन दिखने लगी है। आइए जानते हैं लक्षणों के बारे में विस्तृत जानकारी।
– नाक और आंखों के आसपास लालगी।
– बुखार और सिर दर्द की शिकायत।
– खांसी, हांफना और खून की उल्टी होना।
– जबड़े में दिक्कत और दांतों का ढीला हो जाना।
– आंखों में दर्द और साफ न दिखाई देना।
– त्वचा पर चकते और मानसिक स्थित में बदलाव होना।
– पेट में दर्द और आंखों के आसपास सूजन
अगर आप में ब्लैक फंगस के इस तरह के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर जांच करवाकर इलाज शुरू करवाएं। समय रहते इस बीमारी का इलाज जरूरी है। लापरवाही न बरते और समय पर डॉक्टर पर जाकर इलाज करवाएं।
ब्लैक फंगस से ऐसे करें बचाव
– अगर आप कोरोना को मात देकर ठीक हुए है तो अपनी सेहत का ध्यान रखें। ब्ल्ड शुगर और डायबिटिज पर नजर रखें।
– डॉक्टर की सलाह पर ही स्टेरॉयड का इस्तेमाल करें।
– धूल वाली जगह पर जाने के दौरान मास्क का प्रयोग करें।
– कोरोना से ठीक हुए लोग ब्लड ग्लूकोज पर नजर रखें।
आंखों की जा सकती है रोशनी
विशेषज्ञ बताते हैं कि जैसे जैसे ब्लैंक फंगल इंफेक्शन किसी व्यक्ति को अपनी चपेट में लेता है तो उसकी आंखों पर भी प्रभाव पड़ सकता है। इसके कारण आंखों में सूजन और रोशनी भी कमजोर पड़ सकती है। इसके अलावा आंखों का लाल होना भी इस फंगल इंफेक्शन के मुख्य लक्षणों में से एक है। कोविड-19 को मात देने के बाद ब्लैक फंगस की वजह से लोगों के आंखों की रोशनी जा रही है।