बिलासपुर/सोलन/धर्मशाला। कोरोना वायरस के बाद हिमाचल में एक बार फिर से बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है। कांगड़ा जिले के के बाद अब बिलासपुर जिला में भी बर्ड फ्लू का खतरा मंडराने लगा है। बिलासपुर जिला के कोलबांध परियोजना के साथ लगते जमथल गांव के एक नाले में बुधवार को मरे हुए कौवे मिले हैं। क्षेत्र में मरे हुए कौवे मिलने से लोगों में हड़कंप मच गया। लोगों को जब मरे हुए कौवे मिले तो प्रशासन और संबंधित विभागों को सूचित किया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जानकारी इकट्ठठा की।
जगह-जगह पड़े थे 50 के करीब कौवे
जमथल गांव के नाले में 1-2 नहीं, बल्कि लगभग 50 के करीब कौवे जगह-जगह मरे पड़े थे। बिलासपुर के डीसी रोहित जमवाल ने बताया कि जमथल क्षेत्र में कुछ कौवे मरने की सूचना मिलने के बाद वाइल्ड लाइफ व पशु पालन विभाग की टीम मौके पर भेज दी गई हैं। टीम की रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सड़क पर फेंक दिए 300 से ज्यादा मुर्गे
सोलन में कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर चक्की मोड़ के पास मंगलवार रात को किसी अज्ञात व्यक्ति ने 300 से ज्यादा मरे हुए मुर्गे-मुर्गियां फेंक दिए। बुधवार सुबह लोगों ने जब मरे हुए मुर्गे-मुर्गियों को देखा तो हड़कंप मच गया। प्रशासन ने मुर्गे-मुर्गियों के सैंपल लेकर जांच के लिए जालंधर भेज दिए गए हैं। मरे हुए मुर्गे-मुर्गियों को गड्ढे में दबा दिया गया है।
कांगड़ा के पौंग बांध में अब तक 3055 पक्षी मृत मिले
कांगड़ा के पौंग बांध के आसपास बुधवार को भी 300 और प्रवासी पक्षी मृत मिले हैं। इन्हें गड्ढे में डालकर दबा दिया गया है। यहां अभी तक 3,055 प्रवासी पक्षियों की बर्ड फ्लू की वजह से मौत की पुष्टि हो चुकी है।