नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया। इस मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए हैं। नक्सलियों ने दो दर्जन से अधिक जवानों के हथियार भी लूट लिए। इस मुठभेड़ में कई जवान लापता हो गए हैं। इसके सर्च अभियान भी तेज कर दिया गया है। 17 जवानों के शवों को बरामद कर लिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने इस घटना पर दुख जताया है। अमित शाह ने बघेल से फोन पर बात कर मामले की जानकारी हासिल की है। सुरक्षाबलों को जोनागुड़ा की पहाडि़यों पर डेरा जमाए होने की सूचना मिली थी। इसके लिए पुलिस उप महानिरीक्षक ओपी पाल बीजापुर और सुकमा जिले के केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान के लिए दो हजार जवानों को रवाना किया था।
शनिवार को नक्सलियों ने 700 जवानों को जोनागुड़ा की पहाडि़यों के पास घेरकर तीनों ओर से फायरिंग की। लगभग तीन घंटे चली मुठभेड़ में 15 नक्सली भी मारे गए हैं। घटनास्थल पर एक महिला नक्सली का शव भी बरामद किया गया है। हमले में 22 जवान भी शहीद हो गए है और 31 से ज्यादा जवानों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सीआरपीएफ महानिदेशक छत्तीसगढ़ पहुंचे
गृह मंत्री शाह के निर्देशों के बाद सीआरपीएफ महानिदेश छत्तीसगढ़ पहुंचे। बीजापुर सुकमा जिले का सरहदी इलाका होने के कारण यहां नक्सलियों की पूरी एक बटालियन तैनात रहती है। इस इलाके की कमान महिला नक्सली सुजाता के हाथों में है। अधिकारियों को पहले ही इस बात का अंदेशा था कि यहां पर नक्सलियों का बड़ा हमला हो सकता है।