शिमला। उत्तराखंड के चमोली में आई प्राकृतिक आपदा के बाद हिमाचल प्रदेश के 9 लोग लापता हैं। इनमें रामपुर बुशहर के शिंगला गांव से दो, किन्नू पंचायत से 5 व पालमपुर के बौहल गांव का एक युवक और सिरमौर से एक युवक बताया जा रहा है। ये सभी प्राकृतिक आपदा के कारण आई बाढ़ के बाद से लापता हैं। उत्तराखंड के चमोली में सेना व आईटीबीपी की जवान राहत व बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
ग्लेशियर टूटने के बाद आई तबाही में रामपुर बुशहर के शिंगला गांव के पवन और राकेश कुंदन लापता बताए जा रहे हैं। दोनों पावर प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे। दोनों अभी तक लापता हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, लेकिन दोनों की अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। शिंगला गांव के आपदा की जानकारी मिलते ही दोनों की सकुशलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। परिजन घटनास्थल की ओर रवाना हो चुके हैं। रामपुर बुशहर की ही पंचायत किन्नू के रुनपू गांव से रुनपू गांव के कैलाश चंद, आशीष, बागवट के दीवान चंद, देवेंद्र और अमित भी लापता हैं। टनल में फंसे सिरमौर जिले के माजरा गांव के जीत सिंह ठाकुर का भी अभी कोई सुराग नहीं लगा है
वहीं हिमाचल प्रदेश के पालमपुर उपमंडल के बौहल गांव का 33 वर्षीय राकेश कपूर ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट में बतौर प्रोजेक्ट मैनेजर कार्यरत हैै। राकेश पंचायत नछीर के बौहल गांव का रहने वाला है। उनके पिता का देहांत हो चुका है व उसके पांच भाई हैं। परिवार में पत्नी व दो साल का बच्चा है। युवक के रिश्तेदार सेवानिवृत्त अधिशाषी अभियंता रत्न चंद कपूर ने बताया कि हादसे के बाद से राकेश के बारे में कोई सूचना नहीं है। परिवार राकेश की सुरक्षा को लेकर चिंतित है।