हिमाचल ब्रेकिंग | कांगडा
प्रदेश में इन दिनों पंचायत चुनाव को लेकर हर किसी गांव में शाैर है। हिमाचल ब्रेकिंग न्यूज वेबसाइट की टीम ने कुछ गांवों का दौरा किया तो नजारा कुछ अलग सा दिखने लगा।खास बात इस बार यह लगी कि कोरोना महामारी के दौरान बहुत से पढे लिखे युवा घर पर हैं और गांव के विकास को लेकर प्रधान पद के लिए आगे आ रहे हैं। वहीं डायलॉग की बात करें तो वरिष्ठ उम्मीदवारों का कहना है कि हम कई सालों से गांव के विकास को लेकर काम कर रहे हैं। हमारी इनसे बनती है उनसे बनती, फलाणा विधायक हमारा है। इसे लेकर युवा वर्ग और शिक्षित वर्ग में रोष भी है। क्योंकि हर बार चुनावों के दौर में यहीं शब्द सुनने को मिलते हैं। हालांकि युवा वर्ग ने इसका तोड भी निकाल लिया है। वे विकास के साथ आगे होने वाले ऑनलाइन कार्यों को लेकर लोगों तक जा रहे हैं। बता दें कि हिमाचल में पंचायत चुनाव 3 चरणों में 17, 19 और 21 जनवरी को होने हैं। वहीं, रिलज्ट भी उसी दिन आ जाएंगे।
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सोशल मीडिया पर वरिष्ठ उम्मीदवारों पर युवा पड रहे भारी
इस चुनाव में फेसबुक और व्हाट्सएप का भी काफी रोल है। कई ग्रुपों में पंसदीदा उम्मीदवारों की फोटो वायरल कर वाहवाही लुटी जा रही है।इस मामले में 40 से ऊपर वाले उम्मीदवार सोशल मीडिया पर कम एक्टिव हैं। इस कारण वह युवा उन पर भारी पड रहे हैं। वह अपनी बात फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए भी पहुंचा रहे हैं।
युवा उम्मीदवारों की तैयारी
कुछ गांव के उम्मीदवारों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह विकास करवाने को लेकर मैदान में उतर रहे हैं। सभी का सपना पंचायत को आदर्श बनाना है लेकिन यह होगा या नहीं कहना जल्दबाजी होगा। उनका कहना है कि वह विकास के लिए गांव के लोगों को एकजुट करेंगे और जो सही होगा उसी राह पर चलेंगे।
आग पर चुनाव की चर्चा
गांव की बात करें तो बहुत से गांवों में शाम के समय खासकर युवा और वरिष्ठ लोग सडक किनारे या दुकानों के पास आग सेकते नजर आए। सभी ग्रुप में चुनाव पर ही डिसकस करते दिखे। गांवों में खास बात यह भी थी कि ज्यादातर लोगों में जिला परिषद और ब्लॉक समिति के चुनाव के बारे में पता नहीं है।
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बर्ड फ्लू ने दिलाई उम्मीदवारों को थोडी राहत
चुनाव हों और शराब न परोसी जाए। ये नामुमकिन है।जब से डीसी कांगडा ने ऑर्डर जारी किए हैं कि कांगडा में मुर्गों, अंडो और मछली बेचने पर रोक लगा दी जाए। तब से कई उम्मीदवारों ने राहत की सांस ली है। क्योंकि हर कोई आज कल एक-दूसरे की जेब ढीली करने पर लगा हैद्ध वहीं, कई शराब बेचने वालों की ब्रिक्री में भी गिरावट आई है।
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