हमीरपुर। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर भाषा, कला और संस्कृति विभाग ने सलासी स्थित जिला भाषा अधिकारी कार्यालय, संस्कृति सदन में बहुभाषी कवि सम्मेलन का आयोजन किया। इस बहुभाषी कविसम्मेलन में जिला हमीरपुर के लगभग सोलह कवियों ने भाग लिया।
सम्मलेन में जिला के वरिष्ठ कवियों के साथ-साथ नवोदित युवा कवियों ने भी काव्य पाठ किया। युवा कवियों में शुभम चौधरी ने ‘बेवजह गलत ठहराया गया हूं’, पंकज कुमार ने ‘हमने भी मुहब्बत की थी’, प्रीतम चंद ने ‘नशे दी हनेरी’, आदर्श ने ‘मैं जानता हूं’, सुशांत ने ‘नाजुक पैरों से’ आदि रचनाएं प्रस्तुत कीं।
वरिष्ठ कवियों में एमआर वैरागी और दलीप सिंह ने कोरोना आधारित रचनाएं, मुनीश तन्हा ने ‘आइना देख चेहरा हिल गया है’ अजीत दीवान ने ‘इंसान हो तो इंसान बनकर दिखाओ’, संदीप शर्मा ने ‘आओ मिलकर धर्म का झंडा लहराते हैं’, डॉ. पिंकी शर्मा ने ‘मैं आधुनिक युग की नारी हूं’, तारा दीवान ने प्रकृति आधारित तथा अर्चना सिंह ने ‘मैं एक कठपुतली हूं’ आदि रचनाएं पढ़ीं। कवि सम्मलेन का संचालन युवा कवि पंकज ने किया। इस अवसर पर जिला भाषा अधिकारी निक्कू राम और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।