हिमाचल के जिला कांगड़ा के रक्कड़ चौली में रहने वाली शायरा मोनिका शर्मा ‘सारथी’ पेशे से फार्मासिस्ट है। बहुमुखी प्रतिभा की धनी शायरा कहानियां भी लिखती हैं, इसके अलावा कोरियोग्राफर, थियेटर आर्टिस्ट के रूप में भी अपनी प्रतिभा दिखा रही हैं। आजकल वह अपनी ग़ज़लों के लिए चर्चित हैं। इनके हिंदी व पहाड़ी गीतों को कई गायकों ने आवाज दी है।
इनकी कुछ मशहूर ग़ज़लें, जिन्हें कई गायक गा चुके हैं।
1 उठाए जा नहीं सकते किसी के नाज़ बरसों तक
2 ये अरमान जब तक मचलते रहेंगे
3 मेरे दिल की सदाओं को सुन बेवफ़ा
4था जो कुछ पल का ठिकाना वो ही घर अच्छा लगा
5मेरे ज़ख़्मो को छेड़ने वाले
6 छोड़ो भी यह क्या करते हो ।
7 चैन पाने की बात करते हो ।
हाल ही में ‘दुनिया के शोर में ‘ गीत रिलीज।
पहाड़ी गीत
1 दिन सजणे दे आए ।
2 चंन मेरे आई जाएँ याँ
3जान हुण पिंजड़े च पेई ।
ग़ज़ल
सारी स्याही छीन के उसकी बदी से हम
रोशन करेंगे ज़िंदगी को ज़िंदगी से हम
हलचल है मेरे सीने में अब तक मची हुई
एक मरतबा मिले थे तेरी दिल्लगी से हम
क्यों?कैसे?किस लिये? नहीं चमकाया मेरा घर
कितने सवाल पूछते हैं रौशनी से हम
दुनिया को इस सुलूक का कुछ तो पता चले
उलझे हैं अपने आप से बस बेदिली से हम
जब चाँद के ज़माल से रोशन हुआ है दिल
बेकार कर रहें हैं गिला तीरगी से हम
हमको तो लाज रखनी थी आंखों के ख़्बाव की
वर्ना निभाते राब्ता इक अजनबी से हम?
सारी लकीरें हाथ की मिटने के बाद भी
इक दिन मिले थे सारथी इस बेबसी से हम।
शायर : मोनिका शर्मा ‘सारथी’