गलोड़। पंचायती राज चुनाव का आगाज हो चुका है। रण के लिए चुनावी अखाड़ा लग चुका है। चुनाव में कूदे प्रत्याशियों ने भी पूरी जोर-आजमाइश के साथ लंगोटी कस ली है। अब देखना है कि किसकी नैया पार लगती है, यानि मतदाता किस उम्मीदवार पर भरोसा जताते हैं।
ग्राम पंचायत गलोड़ खास से प्रधान पद के लिए पांच उम्मीदवार दौड़ में हैं। यहां प्रधानगी के लिए चार उम्मीदवारों ने एक ही गांव से चुनावी अखाड़े में उतरकर दांव खेला है। ऐसे में सभी उम्मीदवारों ने गांव-गांव जाकर चुनावी प्रचार तेज कर दिया है। गांवों में बैठक सभाएं की जा रही हैं। घर-घर जाकर अपने पक्ष में वोट बैंक पक्का किया जा रहा है। पांच साल के लिए विकास का एजेंडा तय किया जा रहा है।
इस पंचायत से युवा उम्मीदवारों ने चुनावी ताल ठोंककर चुनाव में उतरे पुराने दिग्गजों की रातों की नींद हराम कर दी है। सियासी गलियारों में खबर तो यह गूंज रही है कि इस पंचायत के लोग युवा उम्मीदवारों को प्रधानगी की सत्ता सौंपने की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में अब अंदरखाते दिग्गजों को हार का डर भी सताने लगा है।
नुमाइंदों से सलाह-मशबरा कर जान रहे हाल
चुनावी समीकरणों का पता करने के लिए अब दिग्गज अपने चहेतों और नुमाइंदों से सलाह-मशबरा कर इलाके का हाल जान रहे हैं। अंदाजा लगाने की कोशिश की जा रही है कि किस इलाके से कितना वोट मिल सकता है। दिग्गज हर रोज चहेतों और नुमाइंदों के दर हाजिरी लगा रहे हैं।
गुटबंदी पड़ सकती है भारी
एक ही गांव के चार उम्मीदवार मैदान में हैं तो वोट बंटना तो तय है। ऐसे में यहां गुटबंदी भी देखने को मिल रही है। यह गुटबंदी कुछ उम्मीदवारों के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है। इस गुटबंदी का फायदा किसी बाहरी को भी पहुंच सकता है। फिलहाल अभी कुछ कहना मुश्किल है क्योंकि सभी युवा उम्मीदवार इसी गांव के हैं। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि गेंद किसके पाले में जाती है।
अपील-सही को चुनें
लोकतंत्र के इस पर्व में सभी अपना कीमती वोट देकर योगदान दें। विकास करवाना है तो सही को चुनें। नए चेहरों को काम करने का मौका दें।
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