जालंधर: दिसंबर 2012 को हिन्दुस्तान और पाकिस्तान गायकों के एक रियल्टी शो ” सुर क्षेत्र” में एक आवाज ने सबका दिल जीत लिया था। आज वो गायक दिलजान इस दुनिया में नहीं रहा। इस शो में हिन्दुस्तान की गायिका आशा भोंसले, पाकिस्तान की गायिका आबिदा परवीन और बंगलादेश की गायिका रूना लैला जज थीं । हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के गायकों ने एक मंच पर अपनी आवाज से दुनिया का दिल जीता था। पाकिस्तान की टीम का नेतृत्व आतिफ़ अस्लम और हिंदुस्तान की टीम का नेतृत्व हिमेश रेशमिया कर रहे थे।
गीत सुन रो पड़ी थी आशा व आबिदा, रूना भी थी जान की गायकी से मुतासिर
” सुर क्षेत्र” शो में पंजाब दिल जान ने अपनी आवाज़ की कशिश और गायकी की रूहानियत से सबको कायल कर दिया था और ओवर आल रनर अप रहे थे। सुरक्षेत्र प्रतियोगिता में ही दिल जान के गीत को सुनकर प्रसिद्ध गायिका आशा भोंसले की आंखों से आंसू निकल आए थे। महान सूफी गायिका आबिदा परवीन और रूना लैला भी दिल जान की गायकी से मुतासिर थीं । दिलजान को गायक सलीम के पिता उस्ताद पूर्ण शाहकोटी ने संगीत की शिक्षा दी थी। वे पटियाला घराने से भी संबंधित थे और रियलिटी शो ‘आवाज पंजाब दी’ में भी भाग ले चुके थे।
तेज रफ्तार ने छीना हमारा दिलजान
दिलजान का नया गीत तेरे वरगे 2 अप्रैल को रिलीज होने वाला था। इसी के चलते वह अमृतसर गए थे।
सोमवार रात करीब 2 बजे अमृतसर में जंडियाला गुरु के पास हुए हादसे में दिलजान की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार दिलजान की कार की रफ्तार काफी तेज थी, जिस कारण उनकी कार बेकाबू हो गई और जंडियाला गुरु के पास बने रोड डिवाइडर से टकरा गई। कार डिवाइडर को तोड़ते हुई कर कई पलटियां खाते हुए लगभग एक किलोमीटर दूर जाकर रुकी। दिलजान ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। दिलजान का जन्म जालंधर के करतारपुर में एक मध्य वर्गीय परिवार में हुआ था। पंजाब ने मात्र 31 साल की उम्र में महान गायक सड़क हादसे में खो दिया।