शिमला
हिमाचल में सीमेंट के दाम कम होने का इंतजार कर रहे उपभोक्ताओं के लिए चौकाने वाली खबर है कि प्रदेश में भी सीमेंट के दाम कम नहीं होंगे। सीमेंट कंपनियों का तर्क है कि हिमाचल में कच्चे और तैयार माल की ढुलाई केवल ट्रकों से ही होती है जो महंगी पड़ती है। जबकि अन्य राज्यों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूटी चंडीगढ़ में रेलमार्ग से कच्चा माल मिलता है। इसी कारण पड़ोसी राज्यों में सीमेंट सस्ता और हिमाचल में महंगा पड़ता है। बता दें कि हिमाचल में हर बार चुनावों के दौरान नेता सीमेंट के दाम कम के वायदे करते हैं। लेकिन सीमेंट के दाम बढ़ते दामों के साथ एक और झटका लगा है। प्रदेश में स्थापित सीमेंट फैक्ट्रियों को सिर्फ चूना और पत्थर ही प्रदेश में मिलता है। अन्य रॉ मैटीरियल ट्रकों के माध्यम से बाहरी राज्यों से लाना पड़ता है। रेल यातायात की सुविधा के बाद ही प्रदेश के लोगों को राहत मिल सकती है।
वर्तमान में यह हैं सीमेंट के दाम
वर्तमान में हिमाचल में अल्ट्राटेक सीमेंट का दाम प्रति बैग 385, एसीसी का 400,अंबुजा का 395 रुपये है। वहीं पंजाब में अल्ट्राटेक 370, एसीसी 385 और अंबुजा सीमें 375 रुपये बैग मिल रहा है। हरियाणा में अल्ट्राटेक 360, एसीसी 370 और अंबुजा सीमेंट के दाम 370 रुपये हैं।
हिमाचल के आबकारी एवं कराधान विभाग के असिस्टेंट कमिश्नर कमल ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में सीमेंट महंगा होने का बड़ा कारण ट्रकों से ढुलाई है। अगर बाहरी कंपनियां यहां सीमेंट बेचना शुरू करेंगी तो उन्हें ट्रकों के माध्यम से यहां सीमेंट पहुंचाना होगा। इससे उन्हें कोई फायदा नहीं होगा। अन्य राज्यों में ट्रांसपोटेशन के लिए ज्यादातर ट्रेन का उपयोग किया जाता है। प्रदेश की कंपनियों को ट्रकों का खर्च उठाना पड़ता है।
हिमाचल के उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार सीमेंट के रेट कम करने को काम कर रही है लेकिन अभी कामयाबी नहीं मिली है। सरकार खनन पर रायल्टी कम नहीं करेगी। ऐसा कोई एमओयू नहीं हुआ जिससे रॉयल्टी कम करके सीमेंट के दामों में राहत दिलाई जाए। सरकार इस पर तब तक काम करेगी जब तक कोई रास्ता न निकल जाए।